(Avni Lekhra)
अवनी लेखरा परिचय :
दोस्तों जैसे कि हम सब जानते हैं कि अभी-अभी फ्रांस में ओलंपिक खत्म हो गए हैं । और फ्रांस के ही के पेरिस में 28 अगस्त से पैरालंपिक चालू हो गए हैं। इसी पैरालंपिक में भारत की महिला शूटर अवनी लेखरा ने एक रिकॉर्ड बनाया है तो आइए जानते है।
नाम: अवनी लेखरा
जन्म: 8 नवंबर 2002
जन्म स्थान: झुंझुनू, राजस्थान, भारत
शैक्षिक पृष्ठभूमि:
अवनी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा झुंझुनू “अवनी लेखरा: पैरा-ओलंपिक में भारतीय गर्व की प्रतीक”में प्राप्त की। बाद में, उन्होंने खेल और शूटिंग में अपने करियर पर ध्यान केंद्रित किया।
क्रीड़ा करियर:
अवनी लेखरा ने शूटिंग खेल में अपनी पहचान बनाई। उनका करियर एक सड़क दुर्घटना के बाद शुरू हुआ, जिसमें उनकी रीढ़ की हड्डी को गंभीर चोटें आईं। इसके बाद उन्होंने पैरालंपिक शूटिंग को अपनाया और अपनी कड़ी मेहनत और लगन से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया।
अवनी लेखरा का खेल करियर – विस्तार से
राष्ट्रीय स्तर पर सफलता: अवनी ने भारतीय निशानेबाज़ी प्रतियोगिताओं में सक्रिय भाग लिया। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें कई राष्ट्रीय आयोजनों में पहचान दिलाई। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पदक जीते, जिससे उनकी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन हुआ।
अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धियां:2018 और 2019 में अवनी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनानी शुरू की। उन्होंने कई प्रमुख प्रतियोगिताओं में भाग लिया और कई पदक जीते, जो उनकी बढ़ती प्रतिभा और तैयारी का संकेत थे।
2020 टोक्यो पैरालंपिक: अवनी लेखरा का खेल करियर का सबसे बड़ा मील का पत्थर टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेल थे। उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 इवेंट में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। यह स्वर्ण पदक भारतीय पैरालंपिक खेलों के इतिहास में पहला स्वर्ण था और इसने अवनी को एक राष्ट्रीय नायक बना दिया।
2021 के बाद: उनके टोक्यो पैरालंपिक के प्रदर्शन के बाद, अवनी ने कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लिया और लगातार अपने खेल को उन्नत किया।
2024 पेरिस पैरालंपिक :अवनी लेखरा ने 2024 पेरिस पैरालंपिक में अपने शानदार प्रदर्शन से पूरे विश्व को प्रभावित किया।
यहाँ उनके प्रदर्शन का विस्तृत विवरण है:
10 मीटर एयर राइफल SH1: इस इवेंट में, अवनी ने 250.1 अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में भी शानदार प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने 630.1 अंक के साथ पहले स्थान पर रही। फाइनल में, उन्होंने अपनी तकनीक और मनोबल से शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया।
50 मीटर राइफल 3 पोजिशन SH1: इस इवेंट में, अवनी ने कुल 461.9 अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीता। यह इवेंट तीन अलग-अलग पोजिशनों—प्रोन, सिटिंग, और स्टैंडिंग—में शूटिंग की चुनौती पेश करता है, और अवनी ने अपनी बहुपरकारी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए इस कठिन इवेंट में भी शीर्ष स्थान हासिल किया।अवनी की यह सफलता उनके लगातार मेहनत और दृढ़ संकल्प का परिणाम है। इन पदकों के साथ, उन्होंने पैरालंपिक खेलों में भारत की उपलब्धियों को और ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
पुरस्कार और सम्मान:
1.राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (2022): यह भारत का सबसे प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार है, जो अवनी को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्रदान किया गया।
2.प्रवासी भारतीय सम्मान (2022): यह सम्मान भी उनके खेल में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए दिया गया।
3.उत्तम महिला खिलाड़ी पुरस्कार (2022): अवनी को यह पुरस्कार उनकी शानदार उपलब्धियों और प्रदर्शन के लिए मिला।
प्रेरणा और प्रभाव :
अवनी लेखरा का संघर्ष और सफलता पैरा-एथलीटों और युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। उनकी कहानी यह दिखाती है कि कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना कर भी व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है।अवनी लेखरा की मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास ने उन्हें खेल के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व बना दिया है, और उनकी उपलब्धियां उन्हें भारतीय खेल इतिहास में एक प्रमुख स्थान दिलाती हैं।
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